जिन-जिन्नात प्रत्यक्षीकरण सिद्धि || क्या आप जिन को देखना चाहते है || जिन से मिले - Govindnath
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जिन-जिन्नात प्रत्यक्षीकरण सिद्धि || क्या आप जिन को देखना चाहते है || जिन से मिले

जिन-जिन्नात प्रत्यक्षीकरण सिद्धि || क्या आप जिन को देखना चाहते है || जिन से मिले

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प्रयोग-1

अगर आप अपने सपने में जिन्न को बुलाना चाहतें हैं और उससे कोई काम करवाना चाहतें हैं यह आपको 7 दिन करना है. वस्त्र दिशा और माला का कोई बंधन नहीं है. यह साधना आपको रात्रि में ही करना है. इस साधना के तुरंत बाद आपको सो जाना है साधना के बीच में और साधना के बाद भी कोई बातचीत किसी से नहीं करना है. साधना के आखरी दिन जिन्न आपके स्वप्न में आकर आपसे बात करेगा और आपका कहा हुआ काम कर देगा.


मंत्र :-
।। बिस्मिल्लाह रहेमाने रहिम या खुदा मो हर्फिल ब् हे हज़र शू बा हक इ बा ।।
YA KHUDA MO HARFIL BA’HE HAZAR SHOO BA HAQ E BA


यह मंत्र आपको 505 बार पढ़ना है. सिद्धि मिलने के बाद जब भी आपको कोई काम हो 5 बार पढ़ के सो जाएं. जिन्न स्वप्न में आकर आपसे बार करेगा और आपका काम कर देगा. एक बात और जिन्न से अच्छे काम लें और कभी भी अपने सामने जगाते समय उसको प्रकट होने को न कहें.





प्रयोग-2

जिन-जिन्नातो से कार्यसिद्धि:-

शाबर मंत्र विद्या में जिन्न प्रकट करने का बड़ा अद्धभुत तरीका दिया गया है। बहुत ही सरल मंत्र जिसका अनुष्ठान कोई भी कर सके। इन मंत्र अनुष्ठान से हम जिन्न को अपना गुलाम भी बना सकते है और मित्र भी। तब आप उनको चाहे कैसा भी कार्य बोलोगे वो करेंगे, नॉन स्टॉप करेंगे। पलक झपकते ही। जिन्न क्या क्या कर सकते है।
1. कैसा भी वशीकरण करना हो, पलक झपकते ही वशीकरण पक्का, और उसके लिए जिन्न को नाम और फोटो दिखा दो उसकी, इतना ही बहुत है।
2. कोई दुश्मन अगर परेशान कर रहा हो तो बस आपके इशारे की देर है। दुश्मन दुश्मनी छोड़ देगा।
3. धन के लिए कहाँ पैसा लगाए या अच्छा  जॉब नहीं मिल रहा है या बिज़नेस नहीं चल रहा है तो बस जैसा हुकुम दोगे वैसा ही होगा।

इसके अलावा सभी जगह पर जहां भी आवश्यकता हो सभी जगह पर जिन्न आपकी जितनी सहायता कर सकता है उतनी कोई और नहीं -


मंत्र:-
।। काली काली महाकाली। इन्द्र कि बेटी ब्रह्मा कि साली। बालक कि रखवाली। काले कि जै काली। भैरों कपाली। जटा रातों खेले। चंद हाथ कैडी मठा। मसानिया वीर। चौहटे लड़ाक। समानिया वीर। बज्रकाया। जिह करन नरसिंह धाया। नरसिंह फोड़ कपाल चलाया। खोल लोहे का कुंडा। मेरा तेरा बाण फटक। भूगोल बैढन। काल भैरो बाबा नाहर सिंह। अपनी चौकी बठान। शब्द साँचा। पिंड कांचा। फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा ।।


विधि: २१ शनिवार और रविवार को ये करना है। रात १० बजे के बाद २१ माला जपनी है। जिन्नात प्रकट होगा तब उसको वचनो में बांध लेना है। फिर जैसा कहोगे वैसा वो करेगा।

(नोट:-ये साधना प्रत्येक व्यक्ति के लिए नहीं है,इससे किसी को-किसी भी प्रकार का नुकसान हो तो हम जिम्मेदार नही रहेंगे)

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