अब तक बहोत सारे लोगो के अनुभव मुझे सुनने मे मिले और येसे साधको का अभिनन्दन जो उन्होंने "बिर कंगन" को विश्वास से मंत्र जाप के माध्यम से जागृत किया। उन्होंने बिर कंगन पर अपने जिवन के कुछ मुख्य कार्यो सिद्ध किया मतलब कुछ येसे कार्य उन्होंने किये जिन्हे वह नही कर सकते थे परंतु बिरो से उन्होंने कार्य करवाया,इस बात पर मुझे सभी साधको पर गर्व है।
मेरा तो इतना ही काम था "आप लोगो को बिर कंगन देना,साथ मे बिर कंगन के प्रामाणिक मंत्र देना और साधना मे आपका मार्गदर्शन करना"। आपको बिर कंगन जाग्रत करने मे सफलता मिला यह आपका मेहनत है,आपने जिस विश्वास के साथ साधना प्रारंभ करके उसमे सफलता प्राप्त की है इसके लिये मुझे आप सभी साधको से मिलने का अवसर प्राप्त हो "मै यही कामना माताराणी से करता हूं। कुछ साधक अभी भी साधना करने मे लगे हुए है,वह अभी तक डगमगाये नही है,उन पर भी मै गर्व महेसुस कर रहा हूं। जिन्हे अभी तक पुर्ण सफलता प्राप्त ना हुयी हो "उन्हे थोड़ा ओर साधना के लिये देना चाहिए और मुझे आप सभी साधको पर विश्वास है,आप सफलता प्राप्त किये बिना नही रहोगे"।
जब आपको यह लगेगा आपको सफलता तो मिला है परंतु और ज्यादा सफलता चाहिए तो उसके लिये भी मै आपको हमेशा मार्गदर्शन करुंगा । मै यही चाहता हू,आप सभी बिरो को जाग्रत करके उनसे अपने जिवन के मुख्य कार्य करवावो और कुछ कार्य जनकल्याण हेतु भी करो । एक साधक है "विरेन्द्र सिंग जी" जो दिल्ली से है,उनके घर मे 10 वर्षों से अभिचार कर्म (तंत्र बाधा/काला जादू) किया हुआ था और वह इस परेशानी मे से निकलने के लिये लाखो रुपया खर्च कर चुके थे,आज बिर कंगन साधना के वजेसे से उन्हे अभिचार कर्म से मुक्ति मिला और उनके माताजी का भी स्वास्थ खराब रहेता था परंतु आज के समय मे उनका स्वास्थ भी ठिक है। एक साधक नासिक से है "विजय जी" जिनका का 12 लाख रुपया फसा हुआ था जो अब निकल चुका है। एक साधक है उडिसा से जिन्होने "आनंद स्वामी जी",इनकी प्रेमिका इनको 3 वर्ष पुर्व छोड़के चली गयी थी परंतु इन्हे विश्वास था वो फिर से इनके जिवन मे वापस आयेगी । आज बिर कंगन के माध्यम से इनका विश्वास जीत गया,उन्होंने फिर से अपने सच्चे प्रेम को 3 वर्ष बाद प्राप्त किया । आनंद स्वामी जी को बहोत बहोत अभीनंदन,वैसे तो बहोत सारे साधक है जिनका अनुभव मै लिखना चाहता था परंतु मै चाहता हू बाकी नये-पुराने साधक स्वयं अनुभव प्राप्त करके दुनिया को सुनाये ।
आप सभी ब्लोग पढ़ने मे रुची रखते है,इसके लिये आप सभी को धन्यवाद । इस बार मै बिर कंगन के साथ बिर मुद्रिका भी निशुल्क देने का मन बना चुका हू ताकी आपको ओर साधना करने मिले,बहोत सारे अनुभव प्राप्त हो,तंत्र मे कुछ नया ग्यान प्राप्त हो । मेरा इच्छा पुर्ण होते जा रहा है,आपको सफलता मिले यही मेरा इच्छा था,आप मेहनत नही करते तो शायद मेरा इच्छा पुर्ण नही होते। आपने भरोसे के साथ मेहनत करके मेरा इच्छा पुर्ण किया इसलिए आपको दिल से धन्यवाद करता हू ।
जैसे के इससे पहले भी मै बता चुका हू "हम बिरो से कोइ भी काम करवा सकते है" और इसको सिद्ध करना बहोत आसान है।बिर कंगण शाबर मंत्रो के माध्यम से जागृत करके सिद्ध कर सकते है।जब बिर कंगण जागृत होता है तब हमे बिर वशीकरण ,सम्मोहन ,आकर्षण , मोहन ,उच्चाटन ,विद्वेषण ,शान्तिकर्म मे हमारे काम को कर देता है।आपको अगर किसी का भी कोइ काम करना हो तो आप बैठे जगह से दुरस्थ बैठे व्यक्ति का भी काम करवा सकते है।
बिर कोइ साधारण शक्ति नही है,देवताओ के स्मशानी ताकतो को ही बिर कहा जाता है । जैसे हनुमत बिर जो अत्याधिक शक्तिशाली माना जाता है क्युके हनुमानजी के स्मशानी ताकत को ही हनुमत बिर कहेते है। अब आप ही सोचिये येसा कोनसा कार्य है जो हनुमानजी नही कर सकते है । नाथ सम्प्रदाय मे हनुमानजी जी को सिद्ध जती नाम कि उपाधि प्राप्त है और ज्यादा से ज्यादा शाबर मंत्र उनसे ही सम्बन्धित है। हम बिर कंगन के माध्यम से सभी बिरो के अद्भुत शक्ति को जाग्रत करके सभी कार्य बिरो से करवा सकते है।
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